"!! धन्यवाद ज्ञापन ही "धन्य त्रियोदसी" यानी कि धनतेरस का उद्देश्य है. आज के दिन ही एक लम्बे निर्वासन के बाद भगवान् राम जो नैतिकता / मर्यादा के प्रतीक माने जाते हैं अपने स्थान पर वापस आये थे. इसे प्रतीकात्मक रूप से बोला जाए तो today after a long exile virtues ( नैतिकता / मर्यादा ) returned home. This story relates to Ram's exile and his return to Ayodhya. इस धन्यभाव के "धन्य" का अपभ्रंश हो कर "धन" होगया . अब धन प्रधान समाज में धनतेरस है. सरकारी दफ्तरों मैं , अदालत के पेशकारों मैं , सत्ता के दलालों मैं , साहूकारों की गद्दी पर धनतेरस है और असली भारत धन को तरस रहा है उसकी "धन तरस" है . !!---- धन्य त्रियोदसी की शुभ और मंगल कामना।" --- राजीव चतुर्वेदी
Saturday, November 10, 2012
धन्य त्रियोदसी
"!! धन्यवाद ज्ञापन ही "धन्य त्रियोदसी" यानी कि धनतेरस का उद्देश्य है. आज के दिन ही एक लम्बे निर्वासन के बाद भगवान् राम जो नैतिकता / मर्यादा के प्रतीक माने जाते हैं अपने स्थान पर वापस आये थे. इसे प्रतीकात्मक रूप से बोला जाए तो today after a long exile virtues ( नैतिकता / मर्यादा ) returned home. This story relates to Ram's exile and his return to Ayodhya. इस धन्यभाव के "धन्य" का अपभ्रंश हो कर "धन" होगया . अब धन प्रधान समाज में धनतेरस है. सरकारी दफ्तरों मैं , अदालत के पेशकारों मैं , सत्ता के दलालों मैं , साहूकारों की गद्दी पर धनतेरस है और असली भारत धन को तरस रहा है उसकी "धन तरस" है . !!---- धन्य त्रियोदसी की शुभ और मंगल कामना।" --- राजीव चतुर्वेदी
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2 comments:
सुन्दर विश्लेषण..
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
त्यौहारों की शृंखला में धनतेरस, दीपावली, गोवर्धनपूजा और भाईदूज का हार्दिक शुभकामनाएँ!
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