Saturday, April 20, 2013

देश जब जलता हो तो सपने नहीं सदमें ही आते हैं

"चिंगारी चीखती है, मैं अंगारे सिरहाने रख कर सोया था ,
देश जब जलता हो तो सपने नहीं सदमें ही आते हैं .
"
-----राजीव चतुर्वेदी

1 comment:

Akhi said...

सही है ..